तो आज का पोस्ट है कि Image Seo क्या होता है और इसके क्या फायदे है।
आज के समय बहुत से ब्लॉगर आपको इमेज को searchable बनाने के लिए बस alt text जोड़ने की सलाह देते है, जो कि फायदेमंद है।
पर किसी इमेज को ऑप्टिमाइज्ड करने के लिए इतना काफी नहीं है। क्योंकि सर्च इंजन साइट्स (गूगल, माइक्रोसॉफ्ट बिंग) अपने सॉफ्टवेयर (एल्गोरिथम) को लगातार अपग्रेड करते रहते है और अगर आपको इस मॉडिफिकेशन के बारे में नहीं पता है, तो आपके साइट को रैंक करने में बहुत समय लग सकता है।
तो आज का पोस्ट बहुत खास है।
वजह?
इसमें न सिर्फ अल्ट टेक्स्ट ऑप्टिमाइज़ करने के बारे में बताया गया है, बल्कि कुछ और भी इंपॉर्टेंट फैक्ट्स को शामिल किया गया है, जिसे आसान भाषा में Image SEO कहते है।
तो चलिए इस टॉपिक को स्टार्ट करते है।
Table of Contents
What is Image SEO
इमेज ऑप्टिमाइजेशन ऐसा प्रोसेस है जिसमें किसी इमेज को इस तरह से मोडिफाई (फ्रंट और बैक) किया जाता है, कि वह सर्च पेज और यूजर के सामने सही तरह से परफॉर्म कर सके।
According to RYTE Wiki
The objectives of image SEO include improving rankings of a website in the Google Images search, as well as generally helping to increase the visibility of a website.
तो किसी पोस्ट में इमेज का खास काम होता है। एक अच्छा इमेज न सिर्फ यूजर्स इंगेजमेंट को बढ़ाने में मददगार होता है, बल्कि यह सर्च विजिबिलिटी को भी इंप्रूव करता है, अगर इसे सही तरीके से ऑप्टिमाइज़ किया जाए तो।
इसे गूगल के केस से समझते है।
ग़ौरतलब है कि फरवरी, 2018 में गूगल ने View Image बटन को हटा दिया है, जो किसी भी इमेज को ओरिजनल साइज में बड़ा करके देखने के काम आता था।
इस बटन को गूगल ने 2013 में जोड़ा था, जिसके वजह से इमेज के तरफ से आने वाला साइट ट्रैफिक 63% गिर गया था।
पर पांच साल बाद 2018 में जब गूगल ने इस बटन को हटाया, तो इमेज सर्च ट्रैफिक 37% बढ़ गया।
इस ट्रैफिक को एंटरटेनमेंट, न्यूज, फोटोग्राफी जैसे टॉपिक्स वाले 58 वेबसाइट्स को एनालिसिस करके जारी किया गया था।
इस बटन को एक सेटलमेंट के तहत हटाया गया था, जो गूगल और Getty (स्टॉक इमेज) के बीच था।
दरअसल गेटी इमेज ने 2016 में साइट प्रमोशन के लिए गूगल के साथ हैंडशेक किया था, ताकि गूगल उसके इमेज का थंबनेल लॉ क्वालिटी में दिखाए, पर गूगल ने व्यू बटन का इस्तेमाल किया, जिसके वजह से सभी साइट का फोटो फूल रिजॉल्यूशन में दिखने लगा था और इसी वजह से इस साइट का कमाई घट गया था।
खैर मेरे हिसाब से गूगल ने इसका जानबूझ कर गलती नहीं है क्योंकि गूगल ने इस बटन को 2013 में ही लॉन्च किया था, पर गेटी के साथ हैंडशेक 2016 में हुआ था।
इसके बाद इमेज में साइट का लिंक दिया गया है, जिस पर विजिट करने के बाद डायरेक्ट उस वेबसाइट पर पहुंचा जा सकता है, जहाँ पर यह फोटो मौजूद है।
खैर यह कुछ केसेज था, पर अब आते है मुख्य टॉपिक पर।
तो किसी इमेज को कई तरह से अलग अलग पोर्शन पर काम किया जाता है, ताकि यह अच्छे रिटर्न (ट्रैफिक) दे सके।
Image File Name
ज्यादातर ब्लॉगर जिनमें खुद शामिल हूं, पोस्ट लिखने के दौरान इमेज को डायरेक्ट अपने फोन कैमरा से अपलोड करते है या फ्री स्टॉक साइट का इस्तेमाल करते है। इसके बाद पोस्ट पब्लिश कर देते है, बिना किसी एडिटिंग के।
लेकिन इस दौरान बहुत से गलती कर बैठते है, जिनमें से एक filename को एडिट नहीं करना। बहुतों को लगता है फाइल नेम का कोई काम नहीं है, पर वे गलत है क्योंकि किसी इमेजेज को इसके फाइल नेम से भी सर्च किया जा सकता है।
तो इसे एक सिम्पल उदाहरण से समझाता हूं।
तो ऊपर दिए गए फोटो का फाइल नेम seo-2394237_1280.jpg है, जिसे मैंने Pixabay साइट से डाउनलोड किया था।
और जब मैंने इस फाइल नेम का इस्तेमाल करके गूगल सर्च किया तो,
रिजल्ट इस प्रकार रहा। तो यहां आप देख सकते है कि इस फाइल नेम से सर्च करने पर बहुत से साइट का ऑप्शन दिखा रहा क्योंकि सबका फाइल नेम एक जैसा है।
पर अब सवाल है? ऐसा क्या करे कि सिर्फ आपका इमेज ही गूगल में शो करे। इसके लिए आपको इमेज का नाम प्रॉपर तरीके से चेंज करना पड़ेगा।
इसे कुछ एग्जाम्पल से समझते है।
Bad: IMG000012.jpg
Good: cutedog.jpg
पर इतना से काम नहीं चलेगा। आप फाइल नेम में कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते है, जिसके वजह आपका ब्लॉग पोस्ट रैंकिग सुधार सकता है। फाइल नेम को 50-70 करेक्टर्स के मध्य रखना चाहिए।
Reduce File Size
आपका वेबसाइट स्लो लोड हो रहा, तो इसका भी बहुत हद तक जिम्मेदार आपका इमेज फाइल है। गलत फाइल फॉर्मेट, हाई साइज जैसे बहुत से कारक है, जो किसी साइट को जल्दी लोड होने में रुकावट डालते है।
Mobile First
मोबाईल फर्स्ट से मेरा मतलब है कि आप अपने ब्लॉग को सबसे पहले मोबाइल को ध्यान में रखकर बनाएंगे, तभी सही रहेगा।
क्योंकि किसी स्क्रीनशॉट का साइज मोबाइल और डेस्कटॉप में अलग अलग होगा और आप दोनों devices को एकसाथ ध्यान रखकर ब्लॉग नहीं बना सकते है।
इसलिए अगर आप स्क्रीनशॉट डेस्कटॉप पर ले रहे है, तो इसका साइज ज्यादा होगा, जबकि मोबाइल पर लिए स्क्रीनशॉट के तुलना में।
वैसे किसी फोटो के साइज को कम करने के लिए एंड्रॉयड ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते है, इसके लिए Pixlr ऐप का इस्तेमाल कर सकते है, जो बहुत कम साइज में फोटो एडिटिंग करता है।
File Formats
इसके अलावा इमेज फाइल का सही फॉर्मेट भी होना बहुत जरूरी है।
कुछ फॉर्मेट्स से जेनरेट इमेज का साइज हमेशा ज्यादा होता है और कुछ का कम होता है।
जैसे अगर आप RAW File Format में फोटो जेनरेट करते है, तो इसका साइज हमेशा बहुत ज्यादा होता है। इसका कारण है इस तरह के फाइल फॉर्मेट का इस्तेमाल फोटोग्राफी इंडस्ट्री में होता है क्योंकि इसका क्वालिटी स्टैण्डर्ड काफी ज्यादा होता है, जो बेहतरीन फोटो के लिए सही है।
पर JPG File Format का साइज डिफॉल्ट रुप से कम होता है, जिस वजह से इस फॉर्मेट का इस्तेमाल अमूमन हर इंडस्ट्री फोटोग्राफी, ब्लॉगिंग में आसानी से किया जाता है।
गौर करने वाली बात यह है कि आपका मोबाईल हो या DSLR कैमरा सब इसी फॉर्मेट में डिफॉल्ट रूप से सेट रहता है।
ब्लॉगिंग के फील्ड में फोटो क्वालिटी ज्यादा मायने नहीं रखता है, पर घटिया क्वालिटी से यूजर के बीच गलत इम्प्रैशन बनता ह।
Crop Image
ब्लॉग पोस्ट में इमेज का सही प्रभाव देखने के लिए इसका क्रॉप साइज बिल्कुल परफेक्ट होना चाहिए, ताकि यह डेस्कटॉप,टैबलेट, और मोबाइल पर एकदम सही तरीके से दिखाई दे।
बहुत से नए ब्लॉगर इमेज के क्रॉप साइज पर ज्यादा ध्यान नहीं देते है और इस वजह से ये इमेज कहीं सही से दिखाई देता है, तो कहीं नहीं।
इसके अलावा इमेज के बारे में आपका एक स्टैण्डर्ड होना चाहिए, ताकि आप सभी इमेज को एक जैसा क्रॉप करके पब्लिश कर सके।
जहाँ तक बात है इमेज के हाईट का तो, उसे None ही छोड़ देना चाहिए, पर Width का साइज हमेशा Responsive रखना चाहिए।
इसके लिए वर्डप्रेस के Dashboard >> Settings >> Media में जाकर
#1 वैसे पोस्ट थंबनेल का साइज डिफॉल्ट रूप से (150*150px) होता है और इसे मैंने चेंज नहीं किया है।
#2 Medium Size को मैंने ब्लैंक है रखा है, वैसे किसी मीडियम साइज वाले डिवाइस टैबलेट्स के लिए इसे सेट कर सकते है।
#3 Large Size के लिए मैंने हाईट खाली छोड़ दिया है, पर विथ को 720px पर फिक्स्ड कर दिया है।
वैसे अगर आप अपलोड लिए गए सभी इमेज का विथ सेम करना चाहते है, तो इसके लिए Resize प्लगइन को इनस्टॉल कर सकते है।
Image Sitemap
अक्सर आपने ब्लॉग और उसके सभी पेज का साइटमैप गूगल या किसी और सर्च इंजन साइट में सबमिट करने के बारे में बताया गया है।
पर आपको यह भी मालूम होना चाहिए कि इमेज का साइटमैप बनता है।
लेकिन इसे बनाना उतना भी मुश्किल काम नहीं है क्योंकि SEO Yoast जैसे बेहतरीन प्लगइन ऑटोमैटिकली इमेज साईटमैप बना देते है, बिना किसी तरह के झंझट के।
इसके बस इस प्लगइन को इनस्टॉल करके सेटअप करना होगा, बाकी सब सही हो जाएगा।
Alt Text
इसके बारे में थोड़ा सा में सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन वाले पोस्ट में लिखा था, पर उतना इंफॉर्मेशन काफी नहीं है।
इमेज को Searchable बनाने के लिए ही एल्ट टेक्स्ट का इस्तेमाल किया जाता हैं।
According to Ahrefs
Alt text (alternative text) describes an image on a web page. It lives in the HTML code and is not usually visible on the page itself.
Alt Text को कई टर्म्स से जाना जाता है, इसे Alternative Text, Alt Attributes और कहीं तो इसे Alt Tag भी कहते है, जो गलत है।
खैर आगे बढ़ते है।
यह एक Html code होता है, जिसके अंदर किसी इमेज का इंफॉर्मेशन लिखा जाता है।
<img src=”dog.jog” alt=”beautiful black and white cat”>
जैसे यहां पर dog.jpg इमेज का सोर्स है, वहीं beautiful black and white cat इस इमेज का इंफॉर्मेशन।
और जैसे कोई यूजर ऊपर दिए गए इमेज को देखकर समझ सकता है कि यह एक ब्लैक एंड व्हाइट कलर वाली बिल्ली है।
उसी प्रकार गूगल जैसे सर्च इंजन साइट किसी इमेज को पहचानने के लिए
beautiful black and white cat का इस्तेमाल करते है, क्योंकि गूगल का एल्गोरिथम इतना सटीक नहीं है।
यह एल्गोरिथम फोटो स्कैन करके 🐈 तो बता सकता है, पर यह ब्लैक एंड व्हाइट कलर का है, इसके बारे में नहीं बता सकता है।
तो गूगल किसी इमेज को इंडेक्स ऑल्ट टेक्स्ट के साथ करता है और जब कोई इसी अल्त टेक्स्ट को सर्च करता है, तब उसी इमेज को सर्च पेज में दिखा दिया जाता है।
तो यह सर्च इंजन साइट का बेहतरीन टैक्टिक्स है, जो बिना किसी इमेज को पहचाने इंडेक्स करता है और फिर रैंक भी कर देता है।
पर एक मिनट सोचिए अगर किसी इमेज को पहचान करने के लिए ह्यमैन का इस्तेमाल करता तो, प्रोसेस कितना स्लो होता।
अब सवाल है आल्ट टेक्स्ट कैसा होना चाहिए?
तो इसे हमेशा पोस्ट कंटेंट के relevant होना चाहिए और इंफॉर्मेशन ऐसा हो, जिससे एक बार पढ़कर इमेज के बारे में पता चल जाए।
तो सबसे पहले हम ऊपर दिए गए इमेज को समझते है। यह एक डोग का बच्चा है, जिसे Pup कहते है और प्यार से ज्यादातर Puppy कहते है, जो इस समय किसी बिस्तर (बेड) पर सोया है।
तो अब उदाहरण देखते है:
Bad: Puppy
Good: A cute puppy sleeping in his bed
#Case1:
पहले केस में बस Puppy लिखा है, पर इससे यह सटीक जानकारी नहीं मिलता है कि वह puppy का स्टेट्स क्या है।
पर
#Case2: सटीक जानकारी मिल जाता है कि यह puppy अपने बिस्तर पर इस समय सो रहा है।
और कोई भी यूजर गूगल जैसे साइट से इस तरह का सटीक जानकारी चाहता है और गूगल की भी यही कोशिश रहता है कि वह अपने यूजर को 100% संतुष्ट करने की कोशिश करे।
Conclusions
वैसे मोबाईल एसईओ यही नहीं खत्म होता है क्योंकि इसका दायरा होता है और हर समय इसमें अपडेट होते रहता है।
खैर यह पोस्ट तो लिखा गया है, पर आगे भी इसमें अपडेशन की संभावना है और मेरा कोशिश यही रहेगा की आपको ज्यादा से ज्यादा कारगर टैक्टिक्स आपके साथ शेयर करता रहूं।
खैर आज का यह पोस्ट आपको कैसा लगा हमें कॉमेंट करके, शेयर करके जरुर बताए।
और अब अंत में इस पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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मुझे हमेशा से लिखना और पढ़ना पसंद है और इसी वजह से इस ब्लॉग को बनाया है। यहाँ पर मैं ब्लॉगिंग और मनी मेकिंग जैसे टॉपिक पर लगातार बेहतरीन पोस्ट लिखता हूं।
very nice sir…… bahut kuch mujhe pata bhi nahi tha isme…. main aaj se he ispr kaam karna start krta hu….
is post ke liye thanks…..!
Thank you aapke positive review ke liye.