
क्या आप Infographics क्या होता है इसके बारे में जानना चाहते है और इससे आपके ब्लॉग या वेबसाईट का ट्रैफिक कैसे बढ़ सकता है? अगर हाँ तो आप एकदम सही जगह पर आए है।
ब्लॉगिंग फील्ड में करियर बनाना और इसी से रोजी–रोटी कमाने के लिए आपको चाहिए ढ़ेर सारा विजिटर्स।
और जब तक ढ़ेर सारा विजिटर्स आपके ब्लॉग को विजिट नहीं करेगा तब तक आपके ब्लॉग में मौजूद एड्स, रेफरल लिंक से पैसा आने से रहा।
आप दिन–रात बढ़िया ब्लॉग पोस्ट लिखते है और इसे अपने सोशल साईट्स पर शेयर करते है जिसमे आपके हजारों फ्रेंड्स मौजूद है फिर भी एक विजिटर आपके ब्लॉग को विजिट नहीं करता है।
तब आपको अपने कंटेंट पर और भी ज्यादा ध्यान देना होगा।
यहाँ और भी ज्यादा ध्यान देने का यह कतई मतलब नहीं है कि पहले रोज एक पोस्ट पब्लिश कर रहे थे, तो अब रोज 2 या तीन पोस्ट पब्लिश करने शुरू कर दें और अगर ऐसा कर रहे है, तो इससे फायदा के जगह नुकसान ही होगा क्योंकि आपके मौजूदा पब्लिश किए गए पोस्ट का क्वॉलिटी बद–से–बत्तर हो जाएगा।
इसके जगह आप अगर रोज पोस्ट पब्लिश कर रहे है, तो इसमें थोड़ा और टाइम लगाइए और इसे दो या तीन दिन में पब्लिश करने का प्रयास कीजिए।
अब आप सवाल कर रहे होंगे कि जब आप हर दिन एक पोस्ट पब्लिश कर सकते है, तो फिर इसे दो या तीन दिन में पब्लिश करने की क्या जरूरत है।
जरूरत है क्योंकि आपका पोस्ट ना सिर्फ पढ़ने में बेहतर होना चाहिए बल्कि दिखने अर्थात इसका appearance भी बेहतर होना चाहिए तब विजिट करने वाले यूजर आपके ब्लॉग पोस्ट को पढ़ना पसंद करेंगे।
और इसका appearance सुधारने के लिए आप इसमें इमेज, विडियोज, ग्राफ्स, सोशल ट्वीट जैसे बेहतरीन एक्शनेबल कॉन्टेंट जोड़ते है, लेकिन इसे और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए इन्फोग्राफ का भी इस्तेमाल कर सकते है।
इस प्वाइंट पर आगे बढ़ने से पहले इंफोग्राफिक्स क्या होता है? इसके बारे में जानने का प्रयास करते है।
Table of Contents
इंफोग्राफिक क्या है?
अब दिमाग में ज्यादा जोड़ नहीं लगाते हुए पहले Infographic शब्द पर ध्यान देते है।
अगर आप ऊपर दिए गए वर्ड को पढ़ने के लिए टुकड़ों में अर्थात chunk में तोड़ते है, तो
Info+Graphic = Infographic
होता है जिसमें Info, Information का शॉर्ट रूप है जिसका मतलब जानकारी (डेटा) होता है और Graphics का मतलब इमेज, ग्राफ जैसे चीजों से है।
तो यहाँ इंफोग्राफिक्स का सीधा मतलब इनफॉर्मेशन को ग्राफिक्स के रूप में रिप्रेजेंट करना ताकि यह आगंतुक को इंपायर करके कोई ब्लॉग या वेबसाइट विजिट करने के लिए।
The most common definition of Infographic describes it simply as a visual representation of information and data
इसे चाय बनाने के प्रोसेस से समझने का प्रयास करते है।
यहाँ पर में एक वेस्टर्न तरीका चाय बनाने के लिए बता रहा हूँ।
- सबसे पहले चाय के प्याले में टी बैग डालिए।
- अब खोलता हुआ दूध डालिए अगर दूध नहीं है इसके जगह पानी इस्तेमाल करें।
- अब टी बैग को चाय कड़क या फीका बनाने के हिसाब से 5–7 मिनट के लिए छोड़ दे।
- अब इसमें शुगर मिलाइए।

यहाँ पर दोनो तरीकों से चाय बनाने का प्रोसेस समझाया गया है पर दूसरे वाले ग्राफिक्स के जरिए इनफॉर्मेशन को स्किप करना आसान नहीं है।
इंफोग्राफिक्स का फायदा
इंफोग्राफिक्स का फायदा ही फायदा है जिसे में कुछ डेटा के जरिए में आपको बताने जा रहा हूँ।

People following directions with text and illustrations do 323% better than people following directions without illustrations.
लोग टेस्ट बेस्ड डायरेक्शन बताने वाले होर्डिंग या बोर्ड में ग्राफिक्स बेस्ड होर्डिंग या डायरेक्शन बोर्ड को 323 प्रतिशत ज्यादा ऑब्जर्व्ड करते है।
टेक्स्ट बेस्ड आइटम्स को आधा ही 50% ही दर्शक प्रेरित हो पाते है पर इंफोग्राफिक से 67% लोग प्रेरित होते है।
टेक्स्ट के तुलना में विजुअल को 60,000 गुना तेजी से हमारा दिमाग प्रोसेस करता है।
ब्लॉगिंग या वेबसाइट के कॉन्टेंट में इंफोग्राफिक को जोड़ने के बहुत से फायदे है।
इनेजमेंट का बढ़ना
ब्लॉगिंग के दौरान सबसे बड़ी समस्या विजिटर को ब्लॉग पोस्ट तक लाने में है पर यहाँ पर उसे इंगेज (रोके) रखना भी कम बड़ी समस्या नही है।
अगर आपके ब्लॉग का इनेजमेंट टाइम नही सुधरता है, तो इससे बाउंस बैक जैसे समस्या आपके ब्लॉग का ट्रैफिक को डिस्ट्रॉय कर सकता है।
लेकिन इस समस्या को इंफोग्राफिक्स बेस्ड ब्लॉग पोस्ट के द्वारा काफी इंप्रूव किया जा सकता है।
Neoman इंफोग्राफिक केस स्टडी के अनुसार आप जो भी सुनते है उसका 10%, जो पढ़ते है (सिर्फ टेक्स्ट) उसका 40% लेकिन जिस टेस्ट डॉक्यूमेंट में इमेजेस होता है, तो उसका अमूमन 80% तक पढ़ा हुआ याद रहता है।
ओवरऑल जब अगली बार आप कोई ब्लॉग पोस्ट लिखने जा रहे है और चाहते है इनेजमेंट बढ़े तो इन्फोग्राफ बनाने में कुछ समय लगाने का प्रयास कीजिए।
साझा के योग्य
अमूमन सोशल मीडिया यूजर किसी ब्लॉग पोस्ट का विजुअल पार्ट को शेयर करना ज्यादा पसंद करते है टेक्स्ट के तुलना में।
इसे साइकोलॉजी के नजरिए से समझने का प्रयास करते है।
ज्यादातर पर्सन सोशल मीडिया का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा इन्टरनेट यूजर के बीच पहुँच बनाने के लिए करते है और ज्यादा पहुँच बनाने के लिए आपको हमेशा वेल फ्रेश कंटेंट रेगुलर पब्लिश करना पड़ता है।
जहाँ सामान्य आदमी इसके लिए कुछ निजी तस्वीरें, वीडियो सांझा करना पसंद करते है, वहीं संस्था या कंपनी अपने प्रोडक्ट, सर्विस के बारे में कॉन्टेंट पब्लिश करता है।
जैसा कि मैंने बताया है टेक्स्ट के तुलना में लोग विजुअल (इंफोग्राफिक) को लोग ज्यादा पसंद करते है और इसे सोशल साइट में पोस्ट करने पर ज्यादा लाइक, शेयर मिलने की भी सम्भावना बढ़ जाता है।
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि 59% सोशल मीडिया यूजर बिना पढ़े ही आर्टिकल पब्लिश कर देते है बस अच्छा दिखना चाहिए और इस स्थिति में इंफोग्राफिक्स ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
व्यक्तिगत निखार
क्या आपको मालूम है इन्टरनेट पर हर दिन 7 मिलियन (70 लाख) ब्लॉग पोस्ट पब्लिश होते है और इसमें से कुछ परसेंट ही ब्लॉग पोस्ट ज्यादा या अच्छा ट्रैफिक जेनरेट करते है, बाकि बहुत कम या बिल्कुल भी नही करते है।
इसका वजह आपके ब्रैंड इमेज पर भी निर्भर करता है।
मुझे मालूम है कि गूगल वेबमास्टर बढ़िया पोस्ट पब्लिश करता है, पर मुझे Ahrefs का ब्लॉग पोस्ट पढ़ना ज्यादा पसंद है और इसका सबसे बड़ा वजह है इंफोग्राफिक्स का।

इंफोग्राफिक्स होने के वजह से मुझे इस तरह ब्लॉग पोस्ट को पढ़ना ज्यादा पसंद है और एक बार जब भी मैं इस तरह के साईट पर जाता हूँ, तो 5–10 मिनट तक मौजूद रहता हूँ।
वहीं गूगल वेबमास्टर ब्लॉग को तभी विजिट करना पसंद करता हूँ, जब मुझे इससे कोई इन्फॉर्मेशन चाहिए।
इंफोग्राफिक न सिर्फ किसी ब्लॉग या वेबसाइट को अट्रैक्टिव बनाता है, बल्कि आप एक प्रोफेशनल ब्लॉगर या एक्सपर्ट है इस बात का पता ब्लॉग पोस्ट में मौजूद इंफोग्राफिक से भी होता है।
इसे मनोविज्ञान के नजर से देखने का प्रयास करते है।
मान लिया जाए आप एक स्पोर्ट पर्सन है और क्रिकेट या फिर हॉकी जैसे राष्ट्रीय खेल पर ब्लॉग चलाते है।
लेकिन जब आप इससे जुड़े रूल्स एंड रेगुलेशंस के बारे में ब्लॉग पोस्ट के जरिए बतलाएंगे जिसका ज्यादातर कंटेंट सिर्फ टेस्ट ही होगा तो इससे ज्यादा यूजर प्रेरित नहीं होगा पढ़ने के लिए, भले ही आप कितना बढ़िया पोस्ट लिखते है।
लेकिन अगर आप इसमें इंफोग्राफिक भी शामिल करते तो ज्यादा यूजर इसे पढ़ना पसंद करते है और अगर आपका पोस्ट सही मायने में एक्शन करता है, तो विजीटर्स बार बार आपके ब्लॉग पोस्ट को पढ़ना पसंद करते है, जो इस बात को साबित करते है कि आप क्रिकेट या हॉकी के एक्सपर्ट हैं।
SEO का बढ़ना
जब आपके इंफोग्राफिक्स को किसी सोशल साइट यथा फेसबुक, ट्विटर, लिंकडिन में शेयर किया जाता है, तो वहाँ से इन–डायरेक्टली आपके पेज का सर्च इंजन में बेहतर परफॉर्म करता है।
इसके अलावा
- इससे बैकलिंक बनाने में मदद मिलता है।
- ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ता है।
- बाउंस बैक घटता है।
- पेज व्यू टाइम बढ़ता है।
- ब्लॉग पोस्ट लंबे समय तक फ्रेश रहता है और ज्यादा ट्रैफिक भी जेनरेट करता है।
ओवरऑल इंफोग्राफिक से बहुत ज्यादा फायदा है।
इन्फोग्राफ बनाना
पर अगर इसे बनाना चाहते है, तो आपको कुछ ग्राफिक्स एप्लीकेशन के बारे में जैसे माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट, एडोब इलस्ट्रेटर, कोरेलड्रा के बारे में अच्छी वर्क नॉलेज होना चाहिए तभी आप अच्छा इन्फोग्राफ तैयार कर सकते है।
लेकिन अगर इस तरह का एप्लीकेशन इस्तेमाल करना नही आता है, तो ऑनलाइन कुछ साईट पर जैसे Vennage, Visme, Piktochart के जरिए इसे बना सकता है बस इसके लिए साइट का महीने या साल वाला सब्सक्रिप्शन लेना होगा।
Conclusions
तो आज का यह पोस्ट इंफोग्राफिक्स क्या होता है और इसका क्या फायदा होता है, इसके बारे में बताया है।
साथ ही कुछ कंप्यूटर एप्लीकेशन और वेबसाइट के बारे में इनफॉर्मेशन दिया है।
चलने से पहले आपको बता दूं अट्रैक्टिव दिखने वाला इंफोग्राफिक्स बनाना बहुत समय लेता है इस लिए आपको कुछ एप्लीकेशन पर ज्यादा हार्ड वर्क करना होगा ताकि आप ज्यादा से ज्यादा टूल के इस्तेमाल के बारे में जान सके।
आज का पोस्ट आपको कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताए और हो सके तो इसे सोशल मीडिया साइट में भी जरूर शेयर करके मेरे कोशिश को कुछ बेनिफिट्स देने का प्रयास करे।
अब अंत में इस पोस्ट को पढ़ने के लिए शुक्रिया।
Sharing is Caring 🤗🤗🤗

मुझे हमेशा से लिखना और पढ़ना पसंद है और इसी वजह से इस ब्लॉग को बनाया है। यहाँ पर मैं ब्लॉगिंग और मनी मेकिंग जैसे टॉपिक पर लगातार बेहतरीन पोस्ट लिखता हूं।